200+ Best Yaadein Shayari in Hindi

200+ Best Yaadein Shayari in Hindi

जो तूने दिया उसे हम याद करेंगे,
हर पल तेरे मिलने की फ़रियाद करेंगे,
चले आना जब कभी ख्याल आये मेरा,
हम रोज़ खुदा से पहले तुझे याद करेंगे।




हर वक़्त तेरी यादें तड़पाती हैं मुझे,
आखिर इतना क्यों ये सताती हैं मुझे,
इश्क तो किया था तुमने भी शौंक से,
तो क्यों नहीं यह एहसास दिलाती हैं तुझे।


जिसकी यादों में रात गुजर जाती है,
जिसकी लिए आँखें भर आती है,
मुश्किल है उसको ये कह पाना,
तेरे बिन धड़कन भी थम जाती है।




मुझे नींद की इजाजत भी
उनकी यादों से लेनी पड़ती है,
जो खुद आराम से सोये हैं
मुझे करबटो में छोड़ कर।


वो जिंदगी ही क्या जिसमें मोहब्बत नहीं,
वो मोहब्बत ही क्या जिसमें यादें नहीं,
वो यादें ही क्या जिसमें तुम नहीं,
और वो तुम ही क्या जिसके साथ हम नहीं।




नींद आँखों में नहीं वो ख्वाब खो गए,
तन्हा ही थे, कुछ तेरे बिन हम हो गए,
दिल कुछ तड़प उठा, ज़ुबान भी लड़खड़ाई,
तेरी याद में दो आँसू चुपके से बह गए।


दुनिया के जो प्यार के दिन याद आया गए,
दो बाजुओं की हार के दिन याद आ गए,
गुजरे वो जिस तरफ से फिजायें महक उठी,
सबको भरी बहार के दिन याद आ गए।




अकेलेपन का इलाज़ होती हैं यादें,
बहुत ही हसीन सी होती हैं यादें,
यूँ तो बोलने को कुछ भी नहीं हैं,
पर माने तो अपना ही साया हैं यादें।


साँस लेने से भी तेरी याद आती है,
हर साँस में तेरी खुशबू बस जाती है,
कैसे कहूँ कि साँस से मैं ज़िंदा हूँ,
जब कि साँस से पहले तेरी याद आती है।




कितनी जल्दी ये मुलाकात गुजर जाती है,
प्यास बुझती नहीं ये बरसात गुजर जाती है,
अपनी यादों से कह दो यूँ न सताया करे,
नींद आती नहीं और रात गुजर जाती है।


उसकी यादों को किसी कोने में छुपा नहीं सकता,
उसके चेहरे की मुस्कान कभी भुला नहीं सकता,
मेरा बस चलता तो उसकी हर याद को भूल जाता,
लेकिन इस टूटे दिल को मैं समझा नहीं सकता।


आज ये पल हैं कल बस यादें होंगी,
जब ये पल ना होंगे तब सिर्फ बातें होंगी,
जब पलटोगे ज़िन्दगी के पन्नों को,
तो कुछ पन्नों पर आँखें नम,
और कुछ पर मुस्कराहटें होंगी।




जुदा होकर भी सताने से बाज़ नहीं आते,
दूर रहकर भी वो दिल जलाने से बाज़ नहीं आते,
हम तो भूलना चाहते हैं हर एक याद उनकी,
मगर वो ख्वाबों में आने से भी बाज़ नहीं आते।


इस तरह दिल में समाओगे मालूम न था,
दिल को इतना तड़पाओगे मालूम न था,
सोचा था दूर हो तो याद तो आओगे,
मगर इस कदर याद आओगे मालूम न था।


दूर है आपसे तो कुछ गम नहीं।
दूर रह कर भूलने वाले हम नहीं।
रोज़ मुलाक़ात न हो तो क्या हुआ।
आपकी याद आपकी मुलाक़ात से कम नहीं।




किसी की यादों को रोक पाना मुश्किल है,
रोते हुए दिल को मनाना मुश्किल है,
ये दिल अपनों को कितना याद करता है,
ये कुछ लफ़्ज़ों में बयां कर पाना मुश्किल है।


वो नहीं आती पर निशानी भेज देती है,
ख्वाबो में दास्तान पुरानी भेज देती है,
कितने मीठे हैं उसकी यादों के मंजर,
मेरी आँखों में नमकीन पानी भेज देती है।


जब आपका नाम ज़ुबान पर आता है,
पता नही दिल क्यों मुस्कुराता है,
होती है तसल्ली यह सोच कर हमारे दिल को,
कि चलो कोई तो है अपना जो हर वक़्त याद आता है।




बिखरे अश्कों के मोती हम पिरो न सके,
तेरी याद में सारी रात सो न सके,
मिट न जाये आँसुओं से याद,
यही सोच कर हम रो न सके।


वो दिन दिन नही, वो रात रात नही,
वो पल पल नही, जिस पल आपकी बात नही,
आपकी यादों से मौत हमे अलग कर सके,
मौत की भी इतनी औकात नही।




ये आरज़ू नहीं कि किसी को भुलाये हम,
तमन्ना नहीं है कि किसी को रुलाये हम,
बस जिसको जितना याद करते है,
उसे भी उतना ही याद आये हम !!


सारी उम्र आँखों में एक सपना याद रहा,
सदियाँ बीत गयी पर वो लम्हा याद रहा,
ना जाने क्या बात थी उनमे और हम में,
सारी महफ़िल भूल गए बस वो चेहरा याद रहा।


जब से तेरी चाहत अपनी ज़िन्दगी बना ली है,
हम ने उदास रहने की आदत बना ली है,
हर दिन हर रात गुजरती है तेरी याद में,
तेरी याद हमने अपनी इबादत बना ली है।




दिल की हालत किसी को बतायी नहीं जाती,
हमसे उनकी चाहत छुपाई नहीं जाती,
बस एक याद बची है उनके जाने के बाद,
वो याद भी दिल से मिटायी नहीं जाती।


चले जायेंगे मगर यादें सुहानी छोड़ जायेंगे,
आपके दिल में अपनी निशानी छोड़ जायेंगे,
कभी रोअगे तो कभी मुस्कुराओगे,
हम इश्क़ की ऐसी कहानी छोड़ जायेंगे।




रात हुई जब शाम के बाद,
तेरी याद आयी हर बात के बाद,
हमने खामोश रहकर भी देखा,
तेरी आवाज़ आयी हर सांस के बाद।


याद किसी को करना ये बात नहीं जताने की,
दिल पे चोट देना आदत है ज़माने की,
हम आपको बिल्कुल नहीं याद करते,
क्योकि याद किसी को करना निशानी है भूल जाने की।




मेरी यादें मेरा चेहरा मेरी बातें रुलायेंगी,
हिज्र के दौर में गुजरी मुलाकातें रुलायेंगी,
दिनों को तो चलो तुम काट भी लोगे फसानो में,
जहां तन्हा मिलोगे तुम तुम्हें रातें रुलायेंगी।


दिल जब टूटता है तो आवाज नहीं आती,
हर किसी को मुहब्बत रास नहीं आती,
ये तो अपने-अपने नसीब की बात है,
कोई भूलता नहीं और किसी को याद नहीं आती।


हर बात समझाने के लिए नहीं होती,
ज़िंदगी अक्सर कुछ पाने के लिए नहीं होती,
याद अक्सर आती है आपकी,
पर हर याद जताने के लिए नहीं होती।




बिखरे अश्कों के मोती हम पिरो न सके,
तेरी याद में सारी रात सो न सके,
मिट न जाये आँसुओं से याद,
यही सोच कर हम रो न सके।


दिल की बात किसी से कही नहीं जाती,
दिल की हालत अब हमसे सही नहीं जाती,
तड़पती तो होगी वो भी हमारी तरह,
वरना यूँ ही किसी की याद हर पल नहीं आती।


सांस थम जाती है पर जान नहीं जाती,
दर्द होता है पर अबाज़ नहीं आती,
अजीब लोग है इस ज़माने में,
कोई भूल नहीं पाता और किसी को याद नहीं आती।




कौन कहता है हम आपको याद नहीं करते,
करते तो हैं मगर इज़हार नहीं करते,
सोचते हैं कहीं यादें बिखर न जायें,
इसलिए हर बार दीदार नहीं करते।


आज ये पल है, कल बस यादें होंगी,
जब ये पल ना होंगे, तब सिर्फ बातें होंगी,
जब पलटोगे जिंदगी के पन्नों को,
तो कुछ पन्नों पर आँखें नम और
कुछ पर मुस्कुराहटें होंगी।




वो वक़्त वो लम्हे कुछ अजीब होंगे।
दुनिया में हम खुश नसीब होंगे।
दूर से जब इतना याद करते है आपको।
क्या होगा जब आप हमारे करीब होंगे?


यूँ तो मुद्दतें गुजार दी हैं,
हमने तेरे बगैर भी मगर,
आज भी तेरी यादों का एक झोका,
मुझे टुकड़ों में बिखेर देता है।


दिल की धड़कन रुक सी गई,
सांसें मेरी थम सी गई,
पूछा हमने दिल के डॉक्टर से तो पता चला,
कि सर्दी के कारण आपकी यादें दिल में जम सी गई।




रात की खामोशी रास नहीं आती,
मेरी परछाईं भी अब मेरे पास नहीं आती,
कुछ आती भी है तो बस तेरी याद,
जो आकर भी एक पल भी मुझसे दूर नहीं जाती।


हर एक मजार पर उदासी छाई है,
चाँद की रौशनी में भी कमी आई है,
अकेले अच्छे थे हम अपने आशियाने में,
जाने क्यों टूटकर आज आपकी याद आई है।




उसकी बातें बार बार याद करके रोई,
उसके लिए रब से फ़रियाद करके रोई,
उसकी ख़ुशी के लिए छोड़ दिया उसे,
फिर उसकी कमी का एहसास करके रोई।


जब से तेरी चाहत अपनी ज़िन्दगी बना ली है,
हम ने उदास रहने की आदत बना ली है,
हर दिन हर रात गुजरती है तेरी याद में,
तेरी याद हमने अपनी इबादत बना ली है।




यादों की कीमत वो क्या जाने,
जो किसी को यूँ ही भुला देते हैं,
यादों का मतलब तो उनसे पूछो जो,
यादों के सहारे जिया करते हैं।


लफ्ज़,अलफ़ाज़,कागज,और किताब,
कहाँ कहाँ नहीं रखता
मैं तेरी यादों का हिसाब।




दिल से तेरी याद को जुदा तो नहीं किया,
रखा जो तुझे याद कुछ बुरा तो नहीं किया,
हम से लोग हैं नाराज़ किस लिये,
हमने कभी किसी को खफा तो नहीं किया।


उन हसीन पलों को याद कर रहे थे,
आसमान से आपकी बात कर रहे थे,
सुकून मिला जब हमें हवाओं ने बताया,
आप भी हमें याद कर रहे थे।




मेरी आँखें तेरे दीदार को तरसती है,
मेरी नस-नस तेरे प्यार को तरसती है,
तू ही बता दे कि तुझे बताएं कैसे,
कि मेरी रूह तक तेरी याद में तड़पती है।


कभी किसी सपने को दिल से लगाया करो,
किसी के ख्वाबों में आया-जाया करो,
जब भी दिल हो कि कोई तुम्हें भी मनाये,
बस हमें याद करके रूठ जाया करो।




जाने कब आपकी आँखों से इज़हार होगा,
आपके दिल में हमारे लिए प्यार होगा,
गुजर रही है ये रात आपकी याद में,
कभी तो आपको भी हमारा इंतज़ार होगा।


उसकी आदत पड़ गई है मुझे, जो छुड़ाए नही छुटती,
खुद धुंधला पड़ गया हूँ मैं, उसे याद करते करते,
अब उसे न सोचू तो जिस्म टूटने सा लगता है,
एक वक़्त गुजरा है उसके नाम का नशा करते करते।




उस अजनबी का यूँ न इंतज़ार करो,
इस आशिक दिल का न ऐतबार करो,
रोज़ निकला करें किसी के याद में आंसू,
इतना न कभी किसी से प्यार करो।


तुझको याद करके रोता है अब दीवाना तेरा,
जो ना भूल पाएगा कभी भी ठुकराना तेरा,
तुम हमें भूल जाओ शायद ये फितरत है तेरी,
मुश्किल है हमारे लिए प्यार भुलाना तेरा।




मालूम नहीं मंज़िल खुद मुझे अपनी,
कदम रुक जायेंगे खुद, सफर जहाँ खत्म होगा,
तुम्हें याद न करूँ ऐसा पल न कभी आये,
भूल जाऊं जिस दिन मैं तुम्हें, वो दिन आखिरी हो जाये।


साथ हमारा चाहे पल भर का सही,
पर वो पल ऐसे जैसे कोई कल नहीं,
न हो ज़िन्दगी में शायद फिर मिलना हमारा,
पर महकती रहेंगी तुम्हारी यादें हमारे संग यूँ ही।




हम तो अपने दिल से किसी की याद मिटाते नहीं,
इतनी बेरुखी से किसी को भुलाते नहीं,
पर अपनी तक़दीर ही ऐसी है,
हम लाख चाहकर भी किसी को याद आते नहीं।


याद में तेरी आँहें भरता है कोई,
हर साँस के साथ तुझे याद करता है कोई,
मौत तो सचाई है आनी है,
लेकिन तेरी जुदाई में हर रोज मरता है कोई।




बनकर लब्ज मेरी किताबों में मिलना,
बनकर सुगंध मेरे गुलाबों में मिलना,
जब आयेगी तुम्हें हमारी याद,
बनकर ख्वाब मेरी आँखों में मिलना।


हर रात रो रो के उसे भुलाने लगे,
आंसुओं में उसके प्यार को बहाने लगे,
ये दिल भी कितना अजीब है कि,
रोये हम तो वो और याद आने लगे।




भुला देना उसे जो रुला जाये,
याद रखना उसे जो निभा जाये,
वादा आपसे करेंगे बहुत लोग,
मगर दिल की बात कहना उससे,
जिसके बिना एक पल न रहा जाये।


याद कर के भूलना ही न आया हमें,
किसी के दिल को सताना ही ना आया हमें,
किसी के लिए तड़पना तो सीख लिया,
अपने लिए किसी को तड़पाना न आया हमें !!




अपनी यादों में हम तुम्हें बसाना चाहते है,
अपने पास तुम्हें हम बुलाना चाहते है,
थक गए हम तुम्हें याद करते करते,
अब हम तुम्हें याद आना चाहते है !!


मालूम नहीं मंज़िल खुद मुझे अपनी,
कदम रुक जायेंगे खुद, सफर जहाँ खत्म होगा,
तुम्हें याद न करूँ ऐसा पल न कभी आये,
भूल जाऊं जिस दिन मैं तुम्हें, वो दिन आखिरी हो जाये।




मोहब्बत का इशारा याद रहता है,
हर प्यार को अपना प्यार याद रहता है,
दो पल जो प्यार की बाहों में गुज़रे हों,
मौत तक वो नज़ारा याद रहता है।


शिकायत न करता ज़माने से कोई,
अगर मान जाता मनाने से कोई,
फिर किसी को याद करता न कोई,
अगर भूल जाता भुलाने से कोई।




कोई चला गया दूर हमसे तो क्या करे,
कोई मिटा गया सब निशान तो क्या करे,
याद आती है उनकी हमें हद से ज्यादा,
मगर वो याद न करे तो क्या करे।


उसकी याद ने आज फिर रुला दिया,
कैसा है वो चेहरा जिसने ये सिला दिया,
ग़मों में रहने का जिसे तरीका ना था,
उसकी याद ने ढेरों ग़मों के साथ जीना सिखा दिया।




जिक्र उनका ही आता है मेरे फ़साने में,
जिनको जान से ज्यादा चाहते हैं ज़माने में,
तन्हाई में उनकी ही याद का सहारा मिला,
जिनको नाकाम रहे हम भुलाने में !!


आँखों में रहने वालों को याद नहीं करते,
दिल में रहने वालों की बात नहीं करते,
हमारी तो रूह में बस गए हो आप,
तभी तो आपसे मिलने की फ़रियाद नहीं करते !!




तरस गए आपके दीदार को,
फिर भी दिल आप ही को याद करता है,
हमसे खुशनसीब तो आइना है आपका,
जो हर रोज़ आपके हुस्न का दीदार करता है !!


ना जाने कब तक ये आँखें उसका इंतज़ार करेंगी,
उसकी याद में कब तक खुद को बेक़रार करेंगी,
उसे तो एहसास तक नहीं इस मोहब्बत का यारो,
ना जाने कब तक यह धड़कन उसका ऐतबार करेगी।




क्यों कोई मेरा इंतज़ार करेगा,
अपनी ज़िंदगी मेरे लिए बेकार करेगा,
हम कौन सा किसी के लिए ख़ास हैं,
क्या सोच कर कोई हमें याद करेगा।


कब तक खुद को रोक पाएगी,
बिना मेरे न वो रह पाएगी,
मैं बस जाऊंगा उसकी यादों में इस तरह,
कि फिर वो दूसरों को याद करना भूल जाएगी।




इंतज़ार तो हम आज भी किया करते हैं,
आपसे मिलने की आस किया करते हैं,
मेरी याद हिचकियों की मोहताज़ नहीं,
हम तो आपको साँसों से याद किया करते हैं।


मजबूरी में नहीं दिल करे तो याद करना,
दुनिया से फुर्सत मिले तो याद करना,
दुआ है ज़माने की हर ख़ुशी मिले आपको,
फिर भी आँख भर आये तो याद करना।




बूंदो से बना हुआ छोटा सा समंदर,
लहरो से भीगती छोटी सी बस्ती,
चलो ढूंढे बारिश में दोस्ती की यादें,
हाथ में लेकर एक कागज़ की कश्ती।


आज भीगी हैं पलकें किसी की याद में,
आकाश भी सिमट गया है अपने आप में,
ओस की बूँदें ऐसी गिरी हैं जमीन पर,
मानो चाँद भी रोया हो उसकी याद में।




जिससे चाहा था बिखरने से बचा ले मुझको,
कर गया तेज हवाओं के हवाले मुझ को,
मैं वो बुत हूँ कि तेरी याद मुझे पूजती है,
फिर भी डर है ये कहीं तोड़ न डाले मुझको।


जुदाई की कसक लिए,
तेरी याद से जुड़ा आंसू,
हर शब् मेरी आँख से टपका है,
गुज़रे कल की तरह आज का दिन भी,
तुम बिन उदास गुज़रता है।




जब तेरी यादों को आस पास पाता हूँ,
खुद को बहुत ज्यादा उदास पाता हूँ,
तुझे तो मिल गयी खुशियाँ जमाने भर की,
मैं अब भी दिल में वही प्यास पाता हूँ।


तेरी याद में ज़रा आँखें भिगो लूं,
उदास रात की तन्हाई में सो लूं,
अकेले गम का बोझ अब सम्भलता नहीं,
अगर तू मिल जाए तो तुझसे लिपट कर रो लूं।




बूंदे बारिश की यूँ ज़मी पे आने लगी,
सोंधी सी महक माटी की जगाने लगी,
हवाओ में भी जैसे मस्ती छाने लगी,
वैसे ही हमें भी आपकी याद आने लगी।


आज ये कैसी उदासी छाई है,
तन्हाई के बादल से भीगी जुदाई है,
टूट के रोया है फिर मेरा दिल,
जाने आज किसकी याद आयी है।




कोशिश कीजिये हमें याद करने की,
लम्हें तो अपने आप ही मिल जायेंगे,
तमन्ना कीजिये हमें मिलने की,
बहाने तो अपने आप ही, मिल जायेंगे।


हमसे दूर जाने का बहाना ना बना लेना,
बस जाने की एक वजह बता देना,
खुद चले जाएंगे आपकी जिंदगी से,
लेकिन जहाँ आपकी याद ना आये,
उस जगह का पता बता देना।




अजीब ज़ुल्म करती हैं
तेरी यादें मुझ पर,
सो जाऊं तो उठा देती हैं
जाग जाऊं तो रुला देती हैं।


जब रात को आपकी याद आती है,
सितारों में आपकी तस्वीर नज़र आती है,
खोजती है निगाहें उस चेहरे को,
याद में जिसकी सुबह हो जाती है।


आप से जब से हमारी यारी हो गयी,
दुनिया और भी हमारी प्यारी हो गयी,
इस से पहले हम किसी भी चीज के आदी न थे;
पर अब आप को याद करने की बीमारी हो गयी।




यादों को भुलाने में कुछ देर तो लगती है,
आँखों को सुलाने में कुछ देर तो लगती है,
किसी शख्स को भुला देना इतना आसान नहीं,
दिल को समझाने में कुछ देर तो लगती है।


उनकी याद में जलना अजीब लगता है,
धीरे-धीरे से पिघलना अजीब लगता है,
सारी दुनिया के बदलने से हमे फर्क नहीं पड़ता,
बस कुछ अपनो का बदलना अजीब लगता है




किसने कह दिया आपकी याद नहीं आती,
बिना याद किये कोई रात नहीं जाती,
वक्त बदल जाता है, आदत नहीं जाती,
आप खास हो ये बात कही नहीं जाती।


उनसे दूर जाने का इरादा तो न था,
साथ साथ रहने का बादा भी न था,
वो याद आएँगे ये जानते थे हम,
पर इतना याद आयेंगे अंदाजा न था।




छोड़ दिया हमारा साथ कोई गम नहीं,
भूल जायेंगे आप हमें, पर भूलने वाले हम नहीं,
आप से मुलाक़ात ना हो पायी तो कोई बात नहीं,
आपकी एक याद मुलाकात से कम नहीं।


हम तो हर बार मोहब्बत से सदा देते हैं,
आप सुनते हैं और सुन के भुला देते है,
ऐसे चुभते हैं तेरी याद के खंजर मुझको,
भूल जाऊं जो कभी याद दिला देते हैं।




कभी रो कर मुस्कुराए कभी मुस्कुरा के रोए,
जब तेरी याद आई तुझे भुला कर रोए,
एक तेरा ही नाम था जो हज़ारों बार लिखा,
जितना लिख कर खुश हुए उससे ज्यादा मिटा कर रोए।


कुछ आँसू होते हैं जो बहते नहीं,
लोग अपने प्यार के बिना रहते नहीं,
हम जानते हैं आपको भी आती है हमारी याद,
पर जाने क्यों आप हमसे कहते नहीं।


तुम करोगे याद एक दिन इस प्यार के ज़माने को,
चले जाएँगे जब हम कभी ना वापस आने को,
करेगा महफ़िल मे जब ज़िक्र हमारा कोई,
तब आप भी तन्हाई ढूंढोगे आँसू बहाने को।




आज तेरी याद सीने से लगा कर हम रोये,
तन्हाई में तुझे पास बुला कर हम रोये,
कई बार पुकारा इस दिल ने तुझे,
हर बार तुझे ना पाकर हम रोये।


हम तेरे दिल में रहेंगे एक याद बनकर,
तेरे लब पर खिलेंगे मुस्कान बनकर,
कभी हमें अपने से जुदा न समझना,
हम तेरे साथ चलेंगे आसमान बनकर।


वो याद आए भुलाते-भुलाते,
दिल के ज़ख्म उभर आए छुपाते-छुपाते,
सिखाया था जिसने गम में मुस्कुराना,
उसी ने रुला दिया हँसाते-हँसाते।


सोचा याद ना करके थोड़ा तड़पायें उनको,
किसी और का नाम लेकर जलायें उनको,
पर कोई चोट उनको लगी तो दर्द हमें होगा,
अब कोई ये बताये कि किस तरह सतायें उनको।




ज़िन्दगी की आखिरी शाम लिखते हैं,
आप की याद में गुजरते पल तमाम लिखते हैं,
वो कलम भी दीवानी हो जाती है आपकी,
जिस कलम से हम आपका नाम लिखते हैं।


आज भीगी है पलके किसी की याद में,
आकाश भी सिमट गया हैं अपने आप में,
ओस की बूँद ऐसी गिरी है ज़मीन पर,
मानो चाँद भी रोया हो उनकी याद में।


अकेला सा महसूस करो जब तन्हाई में,
याद मेरी आए जब जुदाई में,
महसूस करना तुम्हारे ही पास हूँ मैं,
जब चाहे मुझे देख लेना अपनी परछाई में।




बेताब से रहते हैं तेरी याद में अक्सर,
रात भर नहीं सोते तेरी याद में अक्सर,
बेदर्द जमाने का बहाना सा बना कर,
हम टूट के रोते हैं तेरी याद में अक्सर।


तुम्हारी याद के सहारे जिए जाते है,
वरना हम तो कब के मर गए होते,
जो जख्म दिल में नासूर बन गए,
जख्म वो कब के भर गए होते।


उनसे मिलने को जो सोचों अब वो ज़माना नहीं;
घर भी कैसे जाऊं अब तो कोई बहाना नहीं,
मुझे याद रखना कहीं तुम भुला न देना;
माना के बरसों से तेरी गली में आना-जाना नहीं।




उम्र की राह में रास्ते बदल जाते हैं,
वक़्त की आंधी में इंसान बदल जाते हैं,
सोचते हैं तुम्हें इतना याद न करे लेकिन,
आँख बंद करते ही ख़यालात बदल जाते हैं।


ये प्यार की बातें किताबों में ही अच्छी लगती हैं,
तन्हाई भरी महफ़िल दर्द-ए-दिल से ही सजती है,
तुम तो कर गए एक पल में पराया,
तेरी यादें ही हैं जो हमें अपनी लगती हैं।


यादें अक्सर होती हैं सताने के लिए,
कोई रूठ जाता है मनाने के लिए,
रिश्ते निभाना कोई मुश्किल तो नहीं,
बस दिलों में प्यार चाहिए उसे निभाने के लिए।


कभी एक लम्हा ऐसा भी आता है,
जिसमें बीता हुआ कल नजर आता है,
बस यादें रह जाती हैं याद करने के लिए,
और वक्त सब कुछ लेकर गुजर जाता है।




यादों से दिल भरता नहीं,
दिल से यादें निकलती नहीं,
यह कैसी कशमकश है,
आपको याद किये बिना…
दिल को चैन मिलता नहीं।


हम अपनी दोस्ती को यादों में सजायेंगे,
दूर रहकर भी तेरी यादों में नजर आयेंगे,
हम कोई वक़्त नहीं जो बीत जायेंगे,
जब याद करोगे तब चले आयेंगे।


आपकी धड़कन से ही है रिश्ता हमारा,
आपकी साँसों से ही है नाता हमारा,
भूल कर भी कभी भूल न जाना हमें,
आपकी यादों के सहारे हैं जीना हमारा।
~Miss You Dear~


याद करेंगे तो दिन से रात हो जायेगी,
आईने को देखिये हमसे बात हो जायेगी,
शिकवा न करिए हमसे मिलने का,
आँखे बंद कीजिये मुलाकात हो जायेगी।




यादें आती हैं यादें जाती हैं,
कभी खुशियाँ कभी गम लाती हैं,
शिकवा ना करो जिंदगी से,
आज जो जिंदगी है
वही आने वाले कल की याद कहलाती है।


कुछ नहीं बाकी बचा है तेरे जाने के बाद,
तड़प उठता है मेरा दिल आ जाये जो तेरी याद,
मायूस हो गया हूँ मैं अपनी सूनी ज़िंदगी से,
कोई तो हो जो समझे मेरे दिल के यह जज़्बात।


एक उम्मीद का दिया जल रहा था,
जिसे अश्कों की बारिश ने बुझा दिया,
तनहा अकेले ख़ुशी से जी रहा था,
आज फिर आपकी याद ने रुला दिया।


हर याद में उनकी याद रहती है,
मेरी आँखों को उनकी तलाश रहती है,
दुआ करो वो मुझको मिल जाए दोस्त,
सुना है दोस्तों की दुआ में…
फरिश्तों की आवाज़ होती है।




करोगे याद गुजरे जमाने को,
तरसोगे हमारे साथ एक पल बिताने को,
फिर आवाज़ दोगे हमे वापिस बुलाने को,
और हम कहेंगे दरवाजा नहीं है
कबर से बाहर आने को।


दो कदम तो सब साथ चलते हैं,
पर ज़िंदगी भर का साथ कोई नहीं निभाता,
अगर रो कर भुलाई जाती यादें,
तो हँस कर कोई गम नहीं छुपाता।


ज़ख्म मोहब्बत में हमने खाए हैं,
चिराग उनकी राहों में जलाए हैं,
सबके होंठो पर हैं वो गीत मेरे,
जो उनकी याद में हमने गाए हैं।


चाहो तो दिल से हम को मिटा देना,
चाहो तो हम को भुला देना,
पर यह वादा करो कि आए जो कभी याद हमारी,
रोना मत सिर्फ मुस्कुरा देना।




एक दिन हमारे आँसू हमसे पूछ बैठे,
हमें रोज़-रोज़ क्यों बुलाते हो,
हमने कहा हम याद तो उन्हें करते हैं,
तुम क्यों चले आते हो।


जीना चाहते हैं मगर ज़िन्दगी रास नहीं आती।
मरना चाहते हैं मगर मौत पास नहीं आती।
बहुत उदास हैं हम इस ज़िन्दगी से।
उनकी यादें भी तो तड़पाने से बाज़ नहीं आती।


याद रूकती नहीं रोक पाने से,
दिल मानता नहीं किसी के समझाने से,
रुक जाती हैं धड़कनें आपको भूल जाने से,
इसलिए आपको याद करते हैं जीने के बहाने से।


जब भी आपसे मिलने की तक़दीर नज़र आयी,
मुझे पाँव में बँधी ज़ंजीर नज़र आयी,
तेरी याद में निकल पड़े मेरे आँसू,
हर आँसू में तेरी तस्वीर नज़र आयी।


हर पल ने कहा एक पल से,
पल भर के लिये आप मेरे सामने आ जाओ,
पल भर का साथ कुछ ऐसा हो,
कि हर पल तुम ही याद आओ।




यह याद है आपकी या यादों में आप हो,
यह ख्वाब है आपके या ख्वाबों में आप हो,
हम नहीं जानते बस इतना बता दो,
हम जान है आपकी या जान हमारी आप हो?


हम तो रो भी नहीं सकते उसकी याद में…
उसने एक बार कहा था,मेरी जान निकल जाएगी,
तेरे आंसू गिरने से पहले।


प्यार करते हैं तुमसे कितना दिखा ना सके,
तुम क्या हो हमारे लिए कभी बता ना सके,
तुम साथ नहीं हो फिर भी,
तुम्हारी याद को कभी हम भुला ना सके।


अजीब लोगों का बसेरा है तेरे शहर में,
ग़ुरूर में मिट जाते हैं पर याद नहीं करते।


तुम्हारी याद के फूलो को मुरझाने नहीं देंगे हम,
हमने अपनी आँखे रखी हैं उसे पानी देने के लिए।




ज़माने के सवालों को मैं हंस के टाल दू फ़राज़,
लेकिन नमी आंखों की कहती है मुझे तुम याद आते हो।


सज़ा बन जाती हैं गुजारे हुए वक़्त की यादें,
न जाने क्यों छोड़ जाने के लिए ज़िन्दगी में आते हैं लोग।


तुझे भूलने की कोशिशें कभी कामयाब न हो सकें,
तेरी याद शाख-ऐ-गुलाब है, जो हवा चली तो महक गयी।


एक तुम हो सनम कि कुछ कहते नहीं,
एक तुम्हारी यादें हैं जो चुप रहती नहीं।


कर रहा था ग़म-ए-जहान का हिसाब,
आज तुम याद आये तो बे-हिसाब आये।


फिर तेरी याद, फिर तेरी तलब, फिर तेरी बातें,
ऐसे लगता है ऐ दिल मेरे तुझे सकून नहीं आता।


न चाहकर भी मेरे होठो पर ये फ़िरयाद आ जाती है,
ऐ चाँद सामने न आ किसी की याद आ जाती हैं।


याद में उसकी देखो हम क्या क्या करते हैं
बिखरी हुयी ज़िंदगी में दीवारों से बाते करते हैं !!




आये तो यूँ की जैसे हमेशा थे मेहरबान,
भूले तो यूँ की गोया कभी आशना न थे।


एहसास मिटा, तलाश मिटी और मिट गयी सारी उम्मीदे,
सब मिट गया पर जो न मिट सका वो हैं सिर्फ तेरी यादें।


बड़ी गुस्ताख है तुम्हारी याद इसे तमीज सिखा दो,
दस्तक भी नहीं देती और दिल में उतर भी जाती है।


अभी कुछ दिन और लगेंगे ज़ख्म-ए-दिल भरने में,
जो अक्सर याद आते थे वो कम-कम याद आते हैं।


जहाँ भूली हुई यादें दामन थाम ले दिल का,
वहाँ से अजनबी बनकर गुजर जाना ही अच्छा है।




न मैं शायर हूँ न शायरी से कोई वास्ता,
बस शौक बन गया है तेरी यादों को बयां करने का।


दो लफ्ज क्या लिखे तेरी याद में हमने,
लोग कहने लगे तू आशिक बहुत पुराना है।


तुम्हारी याद के जब ज़ख्म भरने लगते हैं,
किसी बहाने तुम्हें याद करने लगते हैं।


तेरे उतारे हुए दिन पहन के अब भी मैं,
तेरी महक में कई रोज काट देता हूँ।


खौफ से लेते नहीं नाम के सुन न ले कोई,
चुपके चुपके हम तुम्हें याद किया करते हैं।




प्यार का रिश्ता भी कितना अजीब होता है।
मिल जाये तो बातें लंबी और बिछड़ जायें तो यादें लंबी।


दिल की चोटों ने कभी चैन से रहने न दिया,
जब चली सर्द हवा मैंने तुझे याद किया।


चलो बाँट लेते हैं अपनी सजायें,
न तुम याद आओ न हम याद आयें।


रख दी कयनात खुदा ने हमारे कदमों में,
मगर हमने तुम्हारी यादों का सौदा नहीं किया।


यादें उनकी ही आती हैं जिनसे कोई ताल्लुक हो,
हर शख्स मोहब्बत की नजर से देखा नहीं जाता।


कहानी बन के जिए हैं वो दिल के आशियाने में,
हमको भी लगेंगी शादियाँ शायद उन्हें भुलाने में।




खुल जाता है तेरी यादों का बाज़ार सरे-आम,
फिर मेरी रात इसी रौनक में गुजर जाती है !!


अभी मशरूफ हूँ काफी, कभी फुरसत से सोचूंगा,
कि तुझको याद रखने में, मैं क्या क्या भूल जाता हूँ !!


तुम याद आओगे यकीन था,
इतना आओगे अंदाजा न था !!


किसी कि यादों ने हमें बेहिसाब तन्हा कर दिया,
वरना हम खुद में किसी महफ़िल से कम न थे।


कर दिया मेरी चाहत ने उसे लापरवाह ,
मैंने याद नहीं दिलाया तो मेरा ख्याल भी नहीं आया।


हजरों शिकायतें रट रखी थी उन्हें सुनाने को,
वो मुस्कुरा के ऐसे मिले कि एक भी याद नहीं रही।


साँसों का टूट जाना तो बहुत छोटी सी बात है दोस्तो,
जब अपने याद करना छोड़ दे, मौत तो उसे कहते है ।




मुझे तुमसे प्यार हो गया है,।
बार बार तुम याद आ रही है।


बहुत दर्द देता है उस इंसान का याद आना,
जो हमें कभी भूलकर भी याद नहीं करता ।


काश मै ऐसी बात लिखूँ तेरी याद मे,
तेरी सूरत दिखाई दे हर अल्फ़ाज़ मे।


कभी यादें कभी बातें कभी पिछली मुलाकाते,
बहुत कुछ याद आता है तेरी एक याद आने से।


कभी किसी की याद बहुत तड़पाती है
और कभी यादों के सहारे ज़िन्दगी कट जाती है।


बैठे थे अपनी मस्ती में कि अचानक तड़प उठे,
आ कर तुम्हारी याद ने अच्छा नहीं किया।




हर तरफ जीस्त की राहों में खड़ी धूप है,
बस तेरी याद के साए हैं पनाहों की तरह।


उनकी ओर जाती हर हवा से कहते हैं हम,
जरा उनको कह देना, उन्हे बहुत याद करते हैं हम।


तुझे भुलाने की कोशिश तो बहुत की ऐ सनम,
तेरी यादें गुलाब की शाख हैं जो रोज महकती हैं।


बहुत जी चाहता है क़ैद-​ए​-​जाँ से हम निकल जायें​,
तुम्हारी याद भी लेकिन इसी मलबे में रहती है।


आ गयी तेरी याद दर्द का लश्कर लेकर,
अब कहाँ जाएं हम दिल-ए-मुज़्तर लेकर।


भुला दिया है मुझे ज़ालिम ने आदतन भी मगर,
वो बात कि जिससे याद आऊँ मुझ में थी भी नहीं।




एक आरज़ू सी है कि उन्हें भूल जाएँ हम,
मगर उनकी यादों के आगे तो यह हसरत भी हार जाती है।


ये कसमें ये रस्में ये ज़माने का डर,
रुलाएगी मुझे बहुत तेरी याद उमर भर।


कैसा वक़्त है यह, उसे फुर्सत नहीं मुझे याद करने की,
कभी वो शख्स मेरी ही सांसों से जिया करता था।


हकीकत खुल गयी हसरत तेरे तर्क-ए-महोब्बत की,
तुझे तो अब वो पहले से भी बड़कर याद आते हैं।


जो नफस तेरी याद में गुजरे,
वो बंदगी में शुमार होता है।


अच्छा एक सिगरेटे पी के आता हूँ,
एक याद फसी है उसे धुए में उड़ा के आता हूँ।




कुछ दर्द कुछ नमी कुछ बातें जुदाई की,
गुजर गया ख्यालों से, तेरी याद का मौसम।


सिर्फ ख्वाबो से ही नही मिलता सुकुन सोने का,
किसी की याद मे जागने का मजा ही कुछ और है।


क्यों करते हो मेरे दिल पर इतना सितम,
याद करते नहीं तो याद आते क्यों हो?


आज मुस्कुराने की हिम्मत नहीं मुझ में..
आज टूट कर मुझे तेरी याद आ रही है..


ये अच्छा उसने मेरे कतल का तरीका ईजाद किया,
मर जाता मैं हिचकियो से, इतना मुझे याद किया।




दुनियाँ भर की यादें हम से मिलने आती हैं
शाम ढले इस सूने घर में मेला लगता है।


मुद्दतें गुजरी और तेरी याद ही ना आयी,
और हम भूल गए हों तुझे ऐसा भी नहीं।


नही फुर्सत यकीन मानो…हमे कुछ और करने की,
तेरी यादें… तेरी बाते… बहुत मशरूफ़ रखती हैं।


कद्र हर शै की हुआ करती है खो जाने पर,
तुम उन्हें याद करोगे जो तुम्हें याद नहीं।


कुछ दिल में, कुछ कागजों पर किस्से आबाद रहे,
कैसे भूले उन्हें, जो हर धडकन में याद रहे।


बिछड़ी हुई राहों से जो गुजरे हम कभी,
हर कदम पर खोयी हुई एक याद मिल गयी।




माना कि वक्त के साथ हर चीज पुरानी हो जाती है,
एक तेरी यादें हैं कि हर रोज नई होकर आती हैं !!


ढूढ़ोगे उजड़े रिश्तों में वफ़ा के खजाने,
तुम मेरे बाद मेरी मोहब्बत को याद करोगे।


तेरी यादों की दुनिया में बहुत महफूज रहते हैं,
जहां न कुछ खोने का डर है न अब कुछ पाने की तमन्ना।


यकीन करो मेरा, लाख कोशिशें कर चुका हूँ मैं
ना सीने की धड़कन रुकती है, ना तुम्हारी याद।


ठंडी हवाए क्या चली मेरे शहर में,
हर तरफ यादों का दिसंबर बिखर गया।




Tujhe na bhool paayenge – Best Yaadein Shayari

ये तो जानते थे कि कभी नहीं भूलेंगे तुम्हें,
पर इस कदर याद रह जाओगे इस बात पर हैरान हूँ।


वो अपनी जिंदगी में हो गए मसरूफ इतने,
किस किस को भूल गए अब उन्हें भी याद नहीं।


मौसम की पहली बारिश का शौक तुम्हें होगा,
हम तो रोज किसी की यादो मे भीगें रहते है।


किस जगह रख दूँ मैं, तेरी यादों के चराग़ को
कि रौशन भी रहूँ और हथेली भी ना जले।


आती है ऐसे बिछड़े हुए दोस्तों की याद,
जैसे चराग जलते हों रातों को गांव में !!




अब बुझा दो ये सिसकते हुए यादों के चराग,
इनसे कब हिज्र की रातों में उजाला होगा !!


बड़ी तब्दीलियाँ लाया हूँ मैं अपने आप में लेकिन,
बस तुमको याद करने की वो आदत अब भी बाकी है !!


कुछ और नहीं कहना, बस इतनी ही चाहत है
तुम मुझे उतनी ही मिल जाओ, जितनी याद आती हो !!


न कर ज़िद्द, अपनी औकात में रह ऐ नादान दिल,
वो बड़े लोग हैं, अपने शौक से याद करते है !!


अपनी यादों की खुसबू भी हमसे छीन लेंगे क्या,
किताब-ए-दिल में अब ये सूखा गुलाब तो रहने दो !!




फिर उसकी याद, फिर उसकी आस, फिर उसकी बातें,
ऐ दिल लगता है तुझे तड़पने का बहुत शौक है !!


जिन की यादों से रोशन हैं मेरी आँखें,
दिल ये कहता है उनको भी मैं याद आता हूँ !!



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