सुनकर ज़माने की बातें, तू अपनी अदा मत बदल – Dard Bhari Shayari
सुनकर ज़माने की बातें, तू अपनी अदा मत बदल, यकीं रख अपने खुदा पर, यूँ बार बार खुदा मत बदल !! सिर्फ एहसास होता है चाहत मे, इकरार नहीं होता. दिल से दिल मिलते हैं मोहब्बत में इंकार नहीं होता !! ये कब समझोगे मेरे दोस्तों, दिल को लफजों की जरूरत नहीं होती. ख़ामोशी सबकुछ …
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