जिस नजाकत से लहरे पैरों को छूती – Hindi Shayari
जिस नजाकत से लहरे पैरों को छूती है यकीन नहीं होता इन्होने कभी कश्तियाँ डूबाई होगी !! अपनी कलम से दिल से दिल तक की बात करते हो सीधे सीधे कह क्यों नहीं देते हम से प्यार करते हो !! चुपके चुपके भागा था दोस्तों की राह में मगर पकङा गया, किस्मत ही कुछ ऐसी …