अब वफा की उम्मीद भी किस से करे भला – Broken Heart Shayari
अब वफा की उम्मीद भी किस से करे भला मिटटी के बने लोग कागजो मे बिक जाते है। नजर में शोखियां लब पर मोहब्बत का तराना है मेरी उम्मीद की ज़द में अभी सारा ज़माना है… मुद्दतें बीत गयी आज पर यार-ए-ज़िद्द ना गयी, बंद कर दिए गए दरवाजे मगर उम्मीद ना गयी तेरी उम्मीद …
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