एक हसरत थी कि – Pyar Bhari Shayari in Hindi
एक हसरत थी कि, कभी वो भी हमें मनायें। पर ये कमबख्त दिल कभी, उनसे रूठा ही नहीं। बहुत छोटी List है, मेरी ख्वाइशों की, पहली भी तुम और आखरी भी तुम। क्या ऐसा नहीं हो सकता? हम प्यार मांगे और तुम, गले लगा कर कहो, और कुछ? हालत जो भी हो। हर हाल में …